प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) ने देश भर के करोड़ों किसानों को आर्थिक सहायता देने में बड़ा योगदान दिया है। इस योजना के तहत छोटे और सीमांत किसानों को सीधे उनके बैंक खाते में सालाना ₹6,000 मिलते हैं, जिससे उनकी खेती की जरूरतें पूरी करना थोड़ा आसान हो जाता है। हर किस्त ₹2,000 की होती है, और यह रकम भारत सरकार किसानों के खातों में चार-चार महीने के अंतराल पर भेजती है।
बीते कुछ वर्षों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ने किसानों को खेती के बेहतर साधन, बीज, और खाद उपलब्ध कराने में मदद की है। खेती में लागत लगातार बढ़ रही है, ऐसे में PM Kisan जैसी योजना छोटे किसानों के लिए आर्थिक राहत बनकर आई है। खास बात यह है कि यह योजना पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा चलाई जाती है, जिसमें पैसा सीधे किसानों के अकाउंट में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से भेजा जाता है।
PM Kisan 21st Installment 2025
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत साल 2019 में हुई थी, ताकि देश के छोटे किसानों को आर्थिक सहारा मिल सके। इस स्कीम के तहत सिर्फ उन्हीं किसानों को लाभ मिलता है, जिनके पास दो हेक्टेयर तक की भूमि है। इसके अलावा, सिर्फ वे किसान जो सरकारी सेवा में नहीं हैं या जिनके पास अन्य बड़ी संपत्ति नहीं है, वे पात्र हैं।
अब तक, सरकार ने कुल 20 किस्तें सफलतापूर्वक भेजी हैं। अगस्त 2025 में 20वीं किस्त किसानों के खातों में ट्रांसफर हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम के दौरान करीब 10 करोड़ किसानों के खातों में ₹20,500 करोड़ से ज्यादा की राशि भेजी थी।
योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि किसानों को किसी दलाल या एजेंट के बिना सीधे पैसा मिलता है। खेती की लागत, बीज, खाद, सिंचाई, और अन्य आवश्यक उपकरण का खर्च काफी बढ़ जाता है, तो इन पैसों से कुछ राहत जरूर मिलती है। इससे किसान अपनी फसल की गुणवत्ता सुधार सकते हैं और उन्नत तरीके से खेती कर सकते हैं।
तारीख और खास बातें
इस बार प्रधानमंत्री किसान योजना की 21वीं किस्त का किसानों को बेसब्री से इंतजार था। हाल ही में केंद्र सरकार ने बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित राज्यों पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के किसानों को अग्रिम रूप से किस्त जारी कर दी है। 26 सितंबर 2025 को कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन तीन राज्यों के 27 लाख से अधिक किसानों के खाते में ₹540 करोड़ रुपये पहुंचाए हैं।
बाकी राज्यों के किसानों के लिए 21वीं किस्त अक्टूबर 2025 में दिवाली से पहले ट्रांसफर किए जाने की उम्मीद है। सरकार हर बार कोशिश करती है कि त्योहारों से पहले यह राशि किसानों के पास पहुंचे, जिससे उनकी खरीददारी और खेती दोनों आसानी से हो सके। अब तक करीब 10 करोड़ किसान इस योजना के लाभार्थी हैं।
जरूरी है कि जिन किसानों ने फायदा लेना है, उनकी e-KYC पूरी हो। आधार लिंक बैंक अकाउंट और भूमि दस्तावेज सही होने चाहिए। अगर कोई गलती या फर्जीवाड़ा मिलता है, तो किस्त रुक जाती है। कई मामलों में सरकारी फिजिकल वेरिफिकेशन भी किया गया, जिससे गड़बड़ी पाए जाने पर पिछली किस्त की वसूली भी हो सकती है।
आवेदन, पात्रता और e-KYC प्रक्रिया
योजना का फायदा पाने के लिए किसान को कुछ जरूरी नियमों का पालन करना होता है:
- किसान के नाम पर दो हेक्टेयर से कम भूमि होनी चाहिए।
- किसान 18 वर्ष या उससे अधिक आयु का होना चाहिए।
- किसान सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए और परिवार में एक से अधिक सदस्य को फायदा ना मिले।
- जमीन एवं परिवार के दस्तावेज सही होना जरूरी है।
अब e-KYC अनिवार्य है। किसान मोबाइल या वेबसाइट के माध्यम से अपना आधार नंबर, बैंक अकाउंट, और भूमि विवरण अपडेट कर सकते हैं। यदि e-KYC नहीं पूरी है, तो किस्त रुक सकती है। आधार नंबर लिंक अकाउंट में ही पैसा ट्रांसफर किया जाता है, इसलिए बैंक अकाउंट में आधार अपडेट होना जरूरी है।
फिजिकल वेरिफिकेशन के दौरान सरकारी अधिकारी आपके दस्तावेज और जमीन की जांच कर सकते हैं, जिससे पुष्टि होती है कि सही व्यक्ति ही लाभ ले रहा है। अगर जानकारी सही नहीं होती तो किस्त रुक जाती है।
कैसे चेक करें स्टेटस
अपने PM Kisan की किस्त का स्टेटस जानने के लिए किसान pmkisan.gov.in वेबसाइट पर अपना मोबाइल नंबर या रजिस्ट्रेशन नंबर डाल सकते हैं। वहां पर e-KYC, लाभार्थी स्टेटस, और पिछले ट्रांजेक्शन की डिटेल मिल जाती है।
अगर अपने नाम पर किस्त नहीं मिली है, तो लॉगिन कर चेक करें या अपने खातेदार को बैंक पासबुक से खाते में पैसा चेक करें। गड़बड़ी हो तो जिले के कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
लाभ
इस बार विशेष रूप से पंजाब, हिमाचल, और उत्तराखंड के किसानों को बाढ़ और आपदा के बाद सरकार ने समय से पहले किस्त पहुंचा दी। बाकी राज्यों के किसानों के लिए किस्त अक्टूबर 2025 में आने की संभावना है। 21वीं किस्त आने से किसानों को दिवाली पर खरीदारी, बीज, खाद खरीदने में राहत मिलेगी और अगली फसल की तैयारी के लिए मदद मिलेगी।
किसानों को सलाह है कि सभी जरूरी दस्तावेज अपडेट रखें और e-KYC समय से पूरी करें, ताकि पैसे पाने में कोई दिक्कत ना हो।
निष्कर्ष
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 21वीं किस्त किसानों का आत्मविश्वास बढ़ा रही है। सही दस्तावेज और e-KYC पूरा होने पर जल्द ही सभी पात्र किसानों के खाते में 2,000 रुपये की सहायता राशि पहुंच जाएगी। यह आर्थिक मदद किसानों को नई फसल और दिवाली के मौके पर राहत देने के लिए बनी है।