भारतीय रेलवे ने इस बार दिवाली एवं छठ पूजा जैसे बड़े त्योहारों को देखते हुए यात्रियों की सुविधा के लिए एक बहुत बड़ा ऐलान किया है। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की है कि 1 अक्टूबर 2025 से लेकर 15 नवंबर 2025 तक कुल 12,000 से ज्यादा स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। यह कदम भारी भीड़ और टिकटों की कमी को देखते हुए उठाया गया है ताकि त्योहारों के दौरान लोगों को अपने घर पहुंचने में कोई परेशानी ना हो।
हर साल त्योहारों के सीजन में रेलवे यात्रियों की भारी संख्या को संभालने में चुनौती का सामना करता है। इस बार पिछले साल की तुलना में लगभग दोगुनी संख्या में स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके साथ ही 200 पूरी तरह से अनारक्षित (अनरिजर्व्ड) ट्रेनें भी तैयार रखी जाएंगी, जिनका इस्तेमाल जरूरत पड़ने पर तुरंत किया जाएगा। यह व्यवस्था खास तौर पर बिहार, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के लिए है जहां त्योहारों के समय यात्रियों का आना-जाना सबसे ज्यादा होता है।
रेलवे का बड़ा ऐलान: 1 अक्टूबर से शुरू होंगी स्पेशल ट्रेनें
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस बार फेस्टिव सीजन में 1 अक्टूबर से लेकर 15 नवंबर के मध्य 12,000 स्पेशल ट्रेनें चलेंगी। पिछले साल 7,500 से अधिक ट्रेनें चलाई गई थीं, जो इस साल काफी बढ़ा दी गई हैं। रेलवे की यह कोशिश है कि त्योहारों पर टिकट बुकिंग में होने वाली कठिनाईयों को कम किया जा सके और यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सके।
यह स्पेशल ट्रेनें देश के कई अहम रेलवे जंक्शनों से चलाई जाएंगी, खासकर बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, और अन्य त्योहारों वाले इलाकों में। इसके साथ ही कुछ विशेष एक्सप्रेस ट्रेनें भी चलाई जाएंगी ताकि लंबी दूरी की यात्राएं आरामदायक एवं तेज हो सकें।
स्पेशल ट्रेनों की मुख्य जानकारी (Overview Table)
विशेषता | विवरण |
संचालन अवधि | 1 अक्टूबर 2025 से 15 नवंबर 2025 तक |
कुल स्पेशल ट्रेनें | लगभग 12,000 ट्रेनों का संचालन |
अतिरिक्त अनरिजर्व्ड ट्रेनें | 200 ट्रेनें जरूरत के अनुसार जल्द चलाने के लिए तैयार |
मुख्य फेस्टिवल | दिवाली, छठ पूजा |
प्रमुख ट्रेनों के मार्ग | बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, मुंबई, दिल्ली आदि |
टिकट उपलब्धता | IRCTC पर 60 दिन पहले से रिजर्वेशन विंडो खुली |
संचालन का उद्देश्य | त्योहार के समय यात्री कठिनाइयों को कम करना |
रेलवे विभाग | 29 रेलवे डिवीजनों ने 95% से अधिक समयपालन किया |
1 अक्टूबर से शुरू होने वाली कुछ प्रमुख स्पेशल ट्रेनें
नीचे दी गई लिस्ट में बिहार, झारखंड व अन्य प्रमुख रूटों के लिए कुछ मुख्य स्पेशल ट्रेनों की जानकारी दी गई है। इनमें कई ट्रेनें साप्ताहिक या विशेष दिनों में चलाई जाएंगी।
ट्रेन संख्या | ट्रेन नाम | संचालन अवधि | प्रस्थान समय | प्रमुख स्टेशन |
09427/09428 | साबरमती-पटना-साबरमती | 1 अक्टूबर से 15 नवंबर | शाम 6:00 बजे | साबरमती, अहमदाबाद, पटना |
03229 | पुरी-पटना | 26 सितंबर से 28 नवंबर | दोपहर 2:55 बजे | पुरी, भुवनेश्वर, पटना |
06085 | एरणाकुलम-पटना | 26 सितंबर से 28 नवंबर | रात 11:00 बजे | एरणाकुलम, चेन्नई, पटना |
03527 | आत्मालोल-गोरखपुर | 26 सितंबर से 7 नवंबर | दोपहर 1:20 बजे | आत्मालोल, गया, गोरखपुर |
09096 | अयोध्या कैंट-बांद्रा | 1 अक्टूबर से 19 नवंबर | रात 9:00 बजे | अयोध्या, बांद्रा |
त्योहारों में विशेष ट्रेन सेवा क्यों जरूरी?
दिवाली और छठ जैसे त्योहारों पर लाखों लोग अपने परिवार से मिलने घर जाते हैं। रेलवे के दौरान यात्रियों की संख्या भारी बढ़ जाती है। सामान्य ट्रेनों में टिकट मिलना मुश्किल हो जाता है। इसलिए रेलवे अतिरिक्त स्पेशल ट्रेनें चलाता है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग सफर कर सकें।
यह कदम न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ाता है बल्कि भीड़-भाड़ को कम करके रेलवे परिसंपत्तियों के बेहतर उपयोग में मदद करता है। यात्रियों को उनके गंतव्य तक समय पर पहुँचाने के लिए रेलवे 29 डिवीजनों में 95 प्रतिशत से अधिक ट्रेन समयपालन की सफलता भी प्राप्त कर चुका है।
टिकट बुकिंग और रेलवे की तैयारी
क्या आपको टिकट मिलेगा? इस बार रेलवे ने रिजर्वेशन विंडो 60 दिन पहले खोल दी है। IRCTC और अन्य आधिकारिक पोर्टल पर टिकटों के लिए भीड़ बढ़ गई है लेकिन स्पेशल ट्रेनें अतिरिक्त सीटें उपलब्ध कराकर इसे कम कर देंगी।
रेलवे ने लगभग 150 तक पूरी तरह से अनरिजर्व्ड ट्रेनें भी तैयार रखी हैं। इन्हें जरूरत पड़ते ही पटरियों पर उतार दिया जाएगा। इससे आकस्मिक यात्री भारी संख्या में सफर कर सकेंगे।
रेलवे का सतत प्रयास और भविष्य की योजना
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने यह भी बताया कि रेलवे लगातार 100% समयपालन का लक्ष्य लेकर चल रहा है। 70 रेलवे डिवीजनों में यह प्रयास जारी है। साथ ही Vande Bharat Sleeper जैसी नई तेज और आरामदायक ट्रेनें भी जल्द परिचालन में लाई जाएंगी।
रेलवे के स्पेशल ट्रेन कार्यक्रम से यह साफ होता है कि सरकार त्योहारों पर यात्रियों को बेहतर अनुभव देने और भीड़ से निपटने के लिए पूरी मेहनत कर रही है।