भारत में घर बनवाने या कोई भी निर्माण कार्य शुरू करने से पहले एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है Architect (वास्तुकार) और Engineer (इंजीनियर) की फीस। खासकर जब हम 2D और 3D डिजाइनिंग, साथ ही स्ट्रक्चर ड्रॉइंग्स की बात करते हैं, तो इनके चार्जेज को समझना जरूरी हो जाता है। 2025 में ये फीस कई फैक्टर्स पर निर्भर करती है जैसे प्लॉट का साइज, लोकेशन, डिज़ाइन की जटिलता और उस प्रोफेशनल का अनुभव।Architect और Engineer की फीस सही तरीके से जानना आपके बजट को बेहतर तरीके से मैनेज करने में मदद करता है।
2D और 3D डिजाइनिंग में आप एक बेसिक फ्लोर प्लान से लेकर डिटेल्ड 3D मॉडल तक बना सकते हैं, जिससे घर के हर कोने का बेहतर अनुमान लगता है। स्ट्रक्चर ड्रॉइंग्स से ये पता चलता है कि आपका घर मजबूत और सुरक्षित होगा। इस आर्टिकल में Architect और Engineer की फीस से जुड़ी हर जरूरी जानकारी दी जाएगी ताकि आप अपने सपनों का घर बनाने की योजना को सफल बना सकें।
Architect और Engineer Fees 2025 क्या है?
Architect और Engineer वही प्रोफेशनल्स होते हैं जो आपके भवन निर्माण की योजना बनाते हैं। Architect आपको 2D, 3D डिजाइन, फ्लोर प्लान, एलिवेशन और अंदरूनी डिज़ाइनिंग देते हैं। Engineer स्ट्रक्चरल ड्रॉइंग बनाते हैं जो आपके घर की मजबूत नींव, बीम्स, कॉलम व अन्य संरचनात्मक तत्वों का प्लान तैयार करते हैं।
इनकी फीस कई मॉडल पर होती है: कुछ फीस निर्माण लागत का प्रतिशत होती है, कुछ प्रति स्क्वायर फीट चार्ज करते हैं, और कुछ फिक्स्ड रेट पर काम करते हैं।
Architects की फीस आमतौर पर 4% से 6% तक होती है निर्माण लागत की, लेकिन मेट्रो शहरों में ये 8% से 10% तक भी हो सकती है। Engineer स्ट्रक्चरल डिजाइन का खर्च ₹8,000 से ₹15,000 तक प्रति मंजिल हो सकता है।
2D और 3D डिजाइन फी में, बेसिक 2D फ्लोर प्लान ₹5 से ₹10 प्रति स्क्वायर फीट चार्ज हो सकता है, जबकी 3D मॉडलिंग का खर्च ₹30 से लेकर ₹60 प्रति स्क्वायर फीट तक होता है।
Architect और Engineer Fees 2025 का सारांश टेबल
सेवा का प्रकार | औसत खर्च (₹) |
Architect फीस (निर्माण लागत % में) | 4% – 6% (मेट्रो में 8% – 10%) |
2D Floor Plan डिज़ाइन | ₹5 – ₹10 प्रति स्क्वायर फीट |
3D Design मॉडलिंग | ₹30 – ₹60 प्रति स्क्वायर फीट |
Structural Drawing (Engineer) | ₹8,000 – ₹15,000 प्रति मंजिल |
Elevation Design | ₹3,000 – ₹8,000 प्रति एलीवेशन |
Plumbing और Electrical drawing | ₹6,000 – ₹7,500 प्रति मंजिल |
Site Visits | ₹1,500 – ₹2,000 प्रति विजिट |
Interior Designer Charges | ₹2,00,000 से ₹20,00,000 तक प्रोजेक्ट के अनुसार |
Architect और Engineer Fees को प्रभावित करने वाले मुख्य कारक
- प्रोजेक्ट का आकार और जटिलता – बड़ा और जटिल प्रोजेक्ट अधिक फीस की मांग करता है।
- लोकेशन – मेट्रो शहरों में फीस ग्रामीण या छोटे शहरों के मुकाबले ज्यादा होती है।
- अनुभव और प्रतिष्ठा – अनुभवी और प्रसिद्ध Architect या Engineer ज्यादा चार्ज कर सकते हैं।
- सेवा की सीमा – सिर्फ डिजाइनिंग या निगरानी और साइट विज़िट्स सहित अलग-अलग फीस होती है।
- दस्तावेज और मंजूरी – सरकारी मंजूरी के लिए अलग शुल्क लग सकता है।
Architect के 2D & 3D डिज़ाइनिंग में क्या-क्या शामिल होता है?
Architect की सर्विस में फ्लोर प्लान, 3D मॉडलिंग, एलिवेशन, सेक्शन ड्रॉइंग्स शामिल होते हैं। 2D डिज़ाइन में बेसिक लेआउट और मापन होते हैं जो निर्माण के लिए जरूरी होते हैं। 3D डिज़ाइन आपको घर का रियलिस्टिक व्यू देते हैं, जिससे डिजाइन की समझ बेहतर होती है।
Engineer की Structural Drawing में कॉलम, बीम, स्लैब और नींव के डिटेल्स होते हैं जो भवन की स्थिरता तय करते हैं। ये ड्रॉइंग्स निर्माण कार्य में सुरक्षा और मजबूती के लिए जरूरी होती हैं।
Architects और Engineers फीस का विवरण टेबल
सेवा का नाम | विवरण | कीमत (₹) |
2D फ्लोर प्लान डिजाइन | कमरे, दीवारें, दरवाजे और खिड़कियां | ₹5 – ₹10 प्रति स्क्वायर फीट |
3D मॉडलों का निर्माण | वास्तु का त्रि-आयामी (3D) मॉडल | ₹30 – ₹60 प्रति स्क्वायर फीट |
स्ट्रक्चरल ड्रॉइंग्स (Engineer) | कंस्ट्रक्शन में मजबूती के लिए डिजाइन | ₹8,000 – ₹15,000 प्रति स्तर |
एलिवेशन डिजाइन | भवन के सामने और साइड के दृश्य | ₹3,000 – ₹8,000 प्रति एलिवेशन |
प्लम्बिंग और इलेक्ट्रिकल ड्रॉइंग | पाइपिंग और बिजली फिटिंग का नक्शा | ₹6,000 – ₹7,500 प्रति मंजिल |
साइट विजिट | निर्माण स्थल पर विजिट | ₹1,500 – ₹2,000 प्रति विजिट |
Architect और Engineer Fees 2025 के लिए सही बजट कैसे तय करें?
- प्रोजेक्ट के साइज, लोकेशन और डिजाइन जटिलता को ध्यान में रखें।
- कई Architects और Engineers से कोटेशन लेकर कीमतों की तुलना करें।
- फीस के अलावा, डिजाइन में बदलाव या अतिरिक्त सर्विसेज के खर्च को भी जोड़ें।
- साइट विजिट्स और सरकारी अनुमतियों के लिए अलग से बजट बनाएं।
- फीस का एक हिस्सा अग्रिम देने और बाकी बाद में भुगतान करने की योजना बनाएं।