अब सेविंग अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज दरों को लेकर बड़ा बदलाव किया गया है। लंबे समय से लोग यह शिकायत करते थे कि सेविंग अकाउंट पर जो ब्याज मिलता है, वह बेहद कम होता है और महंगाई दर को देखते हुए उसमें कोई खास फायदा नहीं हो पाता। पहले बैंकों में सेविंग अकाउंट पर ब्याज दर 2.5% से 4% तक ही मिलती थी, जो ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए पर्याप्त नहीं थी।
अब नियम बदला गया है और सेविंग अकाउंट पर 7% तक ब्याज देने की घोषणा की गई है। यह कदम सीधे तौर पर आम जनता की बचत को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है। सरकार और बैंकों दोनों का उद्देश्य है कि लोग अपनी कमाई को सुरक्षित रखकर उस पर अच्छा रिटर्न पा सकें। इससे छोटे निवेशक और मध्यम वर्ग के लोग काफी राहत महसूस करेंगे।
यह बदलाव न सिर्फ आम खाताधारकों को बेहतर लाभ देगा बल्कि बैंकों में जमा राशि बढ़ाने का भी काम करेगा। जिन लोगों के पास अतिरिक्त पैसे होते थे, वे अक्सर उसे फिक्स्ड डिपॉजिट में डालते थे ताकि ज्यादा ब्याज मिले। लेकिन अब सेविंग अकाउंट में भी पहले से लगभग दोगुना ब्याज मिलेगा, जिससे लचीलापन और भरोसा दोनों बढ़ेंगे।
Saving Account 2025
नई व्यवस्था के तहत कुछ चुनिंदा सरकारी और प्राइवेट बैंक अपने ग्राहकों को 7% तक सालाना ब्याज देने लगे हैं। पहले जहां सेविंग अकाउंट पर औसतन 3% ब्याज मिलता था, वहीं अब यह दर बढ़कर काफी आकर्षक हो गई है। यह पहल खासतौर पर छोटे खाताधारकों, वेतनभोगी लोगों और ग्रामीण इलाकों के लोगों को ध्यान में रखकर शुरू की गई है।
इस योजना की एक खासियत यह है कि ब्याज दर सीधे-सीधे बैलेंस पर तय की जा रही है। यानी जिस खाते में जितनी ज्यादा रकम होगी, उस पर उतना ही फायदा मिलेगा। उदाहरण के लिए, जिन लोगों का बैलेंस ₹50,000 से ₹2 लाख तक है, उन्हें अब पहले से ज्यादा ब्याज का लाभ मिलेगा। कुछ बैंकों ने साफ तौर पर न्यूनतम बैलेंस की शर्त रखी है ताकि खाताधारक अपने खाते को एक्टिव बनाए रखें।
सरकार ने भी इस कदम का समर्थन करते हुए कहा है कि लोगों की बचत करने की आदत को बढ़ावा देने के लिए यह एक कारगर तरीका है। खासतौर पर नौकरीपेशा वर्ग, छोटे कारोबारी और बुजुर्गों को इस बदलाव का सीधा फायदा मिलेगा।
कौन-कौन से बैंक दे रहे हैं यह सुविधा
नई वजह से कई सारे बैंक अपने सेविंग अकाउंट ब्याज दर में बदलाव कर चुके हैं। कुछ प्रमुख प्राइवेट बैंक जैसे एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक ने ब्याज दर को 6% से 7% तक कर दिया है। वहीं कुछ सरकारी बैंक भी इस दौड़ में शामिल हुए हैं और उन्होंने भी अपने ग्राहकों को ज्यादा ब्याज देने की घोषणा की है।
यह बदलाव धीरे-धीरे सभी बैंकों में लागू किया जाएगा। हालांकि हर बैंक की अपनी पॉलिसी और शर्तें होंगी। उदाहरण के लिए, कुछ बैंकों में केवल डिजिटल सेविंग अकाउंट पर ही यह 7% ब्याज दिया जा रहा है। वहीं अन्य बैंक सभी तरह के सेविंग अकाउंट धारकों को यह सुविधा देने लगे हैं।
ग्राहकों को इस नई सुविधा का लाभ उठाने के लिए अपने वर्तमान बैंक से संपर्क करना होगा। यदि मौजूदा सेविंग अकाउंट पर यह लागू नहीं है, तो ग्राहक नए सेविंग अकाउंट भी खोल सकते हैं।
आवेदन और प्रक्रिया
अगर आप इस 7% ब्याज सुविधा का लाभ लेना चाहते हैं, तो इसके लिए प्रक्रिया बेहद आसान है।
- सबसे पहले आपको अपने बैंक की ब्रांच या आधिकारिक मोबाइल ऐप पर जाकर चेक करना होगा कि यह ब्याज दर आपके सेविंग अकाउंट पर लागू है या नहीं।
- अगर यह ऑफर आपके बैंक पर लागू नहीं है तो आप उन बैंकों में नया सेविंग अकाउंट खुलवा सकते हैं जो यह सुविधा दे रहे हैं।
- नए खाते के लिए आपको अपनी पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड), पासपोर्ट साइज फोटो और मोबाइल नंबर देना होता है।
- आवेदन करने के बाद तुरंत खाता नंबर और डेबिट कार्ड जारी कर दिया जाएगा।
- खाते में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की शर्तों को भी ध्यान से पढ़ना जरूरी है।
यह पूरी प्रक्रिया अब ऑनलाइन भी आसानी से पूरी हो सकती है। अधिकतर बैंक अपने आधिकारिक ऐप और वेबसाइट पर न्यूनतम बैलेंस, ब्याज दर और प्रक्रिया की जानकारी दे रहे हैं।
क्यों खास है यह बदलाव
अब तक सेविंग अकाउंट का सबसे बड़ा नुकसान यही था कि उसमें ब्याज बेहद कम मिलता था। ज्यादातर लोग अपने पैसे फिक्स्ड डिपॉजिट, पीपीएफ या म्यूचुअल फंड में लगाते थे क्योंकि वहां बेहतर रिटर्न मिलता था। लेकिन 7% ब्याज मिलने से लोग दैनिक जरूरतों के पैसे भी सेविंग अकाउंट में रखकर उस पर फायदा उठा सकते हैं।
यह बदलाव डिजिटल लेन-देन को भी बढ़ावा देगा। जब लोग ज्यादा रकम अपने खाते में रखेंगे तो वे डेबिट कार्ड, UPI और नेट बैंकिंग का ज्यादा इस्तेमाल करेंगे। यह सीधे तौर पर कैशलेस इकोनॉमी की दिशा में आगे का कदम साबित होगा।
इसके अलावा, बुजुर्ग और पेंशनधारी भी राहत महसूस करेंगे क्योंकि उन्हें अपनी मासिक आमदनी से अलग ज्यादा ब्याज मिलेगा। यह उनकी वित्तीय सुरक्षा को मजबूत करेगा।
निष्कर्ष
अब सेविंग अकाउंट मात्र पैसे रखने का साधन नहीं बल्कि बचत से अतिरिक्त कमाई करने का जरिया भी बन गया है। 7% ब्याज दर लोगों के लिए बड़ा अवसर है जिससे आम आदमी भी अपनी छोटी-छोटी बचत पर अच्छा लाभ कमा सकेगा। आने वाले समय में यह बदलाव लोगों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगा।