वित्तीय वर्ष 2025 में बैंकिंग सेक्टर में एफडी (Fixed Deposit) की ब्याज दरें तेजी से बदली हैं। कई सरकारी और निजी बैंक अब ग्राहकों को ऊँचा रिटर्न देने की घोषणा कर रहे हैं। हाल ही में, कुछ चुनिंदा बैंक 9% तक की ब्याज दर पर एफडी ऑफर कर रहे हैं, जिससे आम निवेशकों में खासा उत्साह देखा जा रहा है।
एफडी भारतीय परिवारों का पसंदीदा निवेश विकल्प रहा है, क्योंकि यह सुरक्षित, भरोसेमंद और स्थिर रिटर्न देता है। इस साल, कई लोगों ने नई एफडी योजनाओं में निवेश बढ़ाया है, खासकर जब बैंकों द्वारा दी जा रही ब्याज दरें अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में अधिक आकर्षक हैं।
इस लेख में जानिए किन बैंकों की एफडी योजनाओं में बम्पर ब्याज दर मिल रही है, और किसे यह फायदा उठाना चाहिए।
अब FD पर मिलेगा 9% तक ब्याज!
भारतीय बैंकिंग उद्योग में बदलाव की वजह से एफडी की ब्याज दरें कई सालों में पहली बार 9% तक पहुंच गई हैं।
यह दर अभी सिर्फ चुनिंदा बैंकों में ही मिल रही है, अधिकतर बैंक 7% से 8.5% तक की ब्याज दर ऑफर कर रहे हैं।
9% ब्याज दर वाले एफडी स्कीम्स खासतौर पर सीनियर सिटिजन्स के लिए और विशेष समय-सीमा (टेन्योर) के लिए उपलब्ध हैं।
आमतौर पर एफडी की ब्याज दरें विभिन्न फैक्टर पर निर्भर करती हैं, जैसे निवेश अवधि, निवेश राशि, और जमाकर्ता की उम्र।
बैंकों का मकसद ग्राहकों को अपनी तरफ आकर्षित करना है, इसलिए प्रतिस्पर्धा के चलते कुछ बैंक अपनी ब्याज दरों को ऊँचा रख रहे हैं।
Highest FD Interest Rate Bank List 2025
नीचे दिए गए तालिका में, भारत के कुछ प्रमुख बैंकों की एफडी योजनाओं की ब्याज दरों का एक संक्षिप्त अवलोकन दिया गया है।
यह तालिका सरकारी और प्राइवेट बैंकों के लेटेस्ट सरकारी वेबसाइट्स पर प्रकाशित जानकारी पर आधारित है।
बैंक का नाम | अधिकतम FD ब्याज दर (%) |
एसबीआई (SBI) | 7.5% |
पीएनबी (PNB) | 7.85% |
एचडीएफसी बैंक | 7.75% |
आईसीआईसीआई बैंक | 7.6% |
महिला बैंक | 8.0% |
बड़ौदा यूपी बैंक | 8.25% |
इंडियन बैंक | 8.0% |
कुछ ग्रामीण बैंक | 9.0% (सीनियर सिटिजन्स के लिए) |
FD ब्याज दर कैसे तय होती हैं?
एफडी की ब्याज दरें मुख्य रूप से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) द्वारा तय की गई नीतिगत दरों और बाजार मांग पर निर्भर होती हैं।
जब आरबीआई रेपो रेट बढ़ाता है, तो बैंक भी अपनी एफडी ब्याज दरें बढ़ा देते हैं।
साथ ही, बैंक ग्राहकों को लुभाने के लिए त्योहारों और विशेष ऑफर्स में भी उच्च ब्याज दरें देते हैं।
इसके अलावा, ब्याज दरें निवेश के समयकाल के अनुसार भी बदलती हैं।
छोटी अवधि (1-2 साल) की एफडी पर सामान्यतः दरें कम होती हैं, जबकि लंबी अवधि (3-5 साल) पर ब्याज दर ज्यादा मिलती है।
सीनियर सिटिजन्स और महिला FD स्कीम्स में फायदा
कई बैंक सीनियर सिटिजन्स के लिए विशेष ब्याज दर स्कीम्स लाते हैं, जिसमें सामान्य ब्याज दर से 0.50% से 1% तक अतिरिक्त लाभ मिलता है।
इससे बुजुर्गों के लिए 9% तक की दर संभव हो जाती है, खासकर ग्रामीण या महिला बैंकों में।
महिलाओं के लिए भी कुछ बैंकिंग संस्थाएं अलग योजनाएं लाती हैं, जहां सामान्य ग्राहकों की तुलना में अधिक रिटर्न मिलता है।
FD में निवेश करने के फायदे
- सुरक्षित निवेश: बैंक एफडी पूरी तरह से सुरक्षित और सरकारी नियमों द्वारा संरक्षित होती हैं।
- फिक्स्ड रिटर्न: एफडी में निवेश करने पर आपको निश्चित रिटर्न मिलता है, जो इक्विटी या म्यूचुअल फंड की तुलना में कम जोखिम भरा है।
- लिक्विडिटी: जरूरत पड़ने पर एफडी को समय से पहले तोड़ा जा सकता है, हालांकि कुछ पेनाल्टी लग सकती है।
- टैक्स में छूट: कुछ एफडी योजनाएं आयकर में छूट भी देती हैं, जिससे निवेशक को अतिरिक्त लाभ मिल सकता है।
एफडी में निवेश करते समय ध्यान रखें
- अधिकतम ब्याज दर जरूर चेक करें, लेकिन एफडी की अवधि और शर्तें भी पढ़ें।
- विभिन्न बैंकिंग विकल्प (सरकारी, प्राइवेट, ग्रामीण) की दरों का कम्पेरिजन करें।
- सीनियर सिटिजन्स या महिलाओं के लिए अलग-अलग ऑफर हो सकते हैं, उनका लाभ लें।
- FD ब्रोकर्स या एजेंट द्वारा दी गई स्कीम की सत्यता सरकारी वेबसाइट से जरूर जांचें।
एफडी की नई दरें किसे चुनना चाहिए?
यदि सुरक्षित और निश्चित रिटर्न प्राथमिकता है, तो एफडी जैसी योजना बेहतर रहती है।
नीचे दिए गए प्रमुख बैंकों की ब्याज दरें देखकर निर्णय लें कि आपकी जरूरत और जोखिम क्षमता के अनुसार कौन-सा बैंक और स्कीम उपयुक्त रहेगी।
सीनियर नागरिकों और महिलाओं को विशेष स्कीम का लाभ जरूर उठाना चाहिए।
एफडी ब्याज दरों के कुछ सबसे अहम सवाल
- कौन-सा बैंक सबसे ज्यादा ब्याज देता है?
कुछ ग्रामीण बैंक और महिला बैंक सीनियर सिटिजन्स के लिए सबसे ज्यादा ब्याज देते हैं, जो 9% तक जा सकता है। - क्या सभी के लिए 9% ब्याज संभव है?
सिर्फ चुनिंदा श्रेणी (सीनियर सिटिजन्स या स्पेशल स्कीम्स) में 9% तक का ब्याज मिलता है, आम नागरिकों के लिए अधिकतम दरें 7% से 8.5% तक ही हैं। - ब्याज दर आगे बढ़ेगी या घटेगी?
आरबीआई की नीतिगत रेपो रेट से ब्याज दरों का ट्रेंड बदलता रहा है, आगे बैंकिंग सेक्टर और सरकार की नीति से बदलाव संभव है। - ग्रामीण बैंक और महिला बैंक कौन-से हैं?
इन बैंकों की लिस्ट सरकार की स्थानीय वेबसाइट्स पर देखी जा सकती है, सरकार हर साल ऐसे बैंकों की अपडेटेड लिस्ट प्रकाशित करती है।
निष्कर्ष
इस साल एफडी में निवेश करने वाले लोगों को आकर्षक ब्याज दरें मिल रही हैं, खासतौर पर सीनियर सिटिजन्स और महिला ग्राहकों को।
बैंकों द्वारा दी जा रही दरें कई वर्षों की तुलना में कहीं ज्यादा हैं, जिससे निवेशकों का भरोसा इस योजना पर बढ़ा है।
यदि आप सुरक्षित रिटर्न चाहते हैं तो सरकारी और मान्यता प्राप्त बैंकों में एफडी निवेश करना समझदारी है।