प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) किसानों के लिए केंद्र सरकार की एक अत्यंत फायदेमंद योजना है, जिसके तहत योग्य किसानों को हर साल ₹6000 की सहायता राशि सीधे उनके बैंक खातों में दी जाती है। यह राशि तीन समान किस्तों में ₹2000-₹2000 के रूप में भेजी जाती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है ताकि कृषि उत्पादन में किसी प्रकार की आर्थिक बाधा न आए।
हाल ही में कृषि मंत्रालय ने आधिकारिक रूप से जानकारी दी है कि पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त जल्द ही जारी की जाएगी। इस किस्त में लगभग 9-10 करोड़ किसानों को ₹2000 की राशि उनके खातों में भेजी जाएगी। ऐसे किसान जो ई-केवाईसी और भू-अभिलेख सत्यापन पूरा कर चुके हैं, उन्हें इस किस्त का लाभ मिलेगा। आइए जानते हैं कि यह योजना क्या है, कब आएगी 21वीं किस्त, और किन किसानों को इसका लाभ मिलेगा।
PM Kisan Yojana 21th Kist 2025
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी। इस योजना का लक्ष्य भारत के छोटे और सीमांत किसानों को हर साल छह हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह राशि केंद्र सरकार के बजट से दी जाती है और इसे सीधे डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से किसानों के बैंक खाते में भेजा जाता है।
इस योजना के तहत प्रत्येक पात्र किसान को तीन समान किस्तों में ₹2000-₹2000 की मदद दी जाती है। यानी हर चार महीने में किसानों को यह राहत राशि प्राप्त होती है, जिससे वे बीज, खाद, कीटनाशक और कृषि उपकरणों जैसी जरूरतों पर खर्च कर सकें। इस योजना ने देशभर में किसानों की आजीविका को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाई है।
तारीख
सरकार ने आधिकारिक घोषणा की है कि पीएम किसान योजना की 21वीं किस्त अक्टूबर 2025 के तीसरे सप्ताह तक जारी कर दी जाएगी। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह राशि किसानों के खातों में 17 अक्टूबर से 20 अक्टूबर 2025 के बीच ट्रांसफर की जा सकती है। हालांकि, अंतिम तारीख का ऐलान कृषि मंत्रालय द्वारा आने वाले दिनों में आधिकारिक रूप से किया जाएगा।
हर बार किस्त जारी करने से पहले प्रधानमंत्री द्वारा किसी राज्य में औपचारिक कार्यक्रम के दौरान यह राशि जारी की जाती है। पिछली (20वीं) किस्त 18 जून 2025 को दी गई थी, जिसमें करीब 8.75 करोड़ किसानों को लाभ मिला था। इस बार लाभार्थियों की संख्या बढ़कर लगभग 9.25 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है।
किसे मिलेगा इस बार ₹2000 का लाभ
पीएम किसान की 21वीं किस्त उन्हीं किसानों को मिलेगी जिन्होंने सभी जरूरी दस्तावेज पूरे कर लिए हैं। इसमें ई-केवाईसी (e-KYC), आधार नंबर लिंकिंग, और भूमि सत्यापन (Land Verification) शामिल हैं। जिन किसानों के खाते आधार से जुड़े हैं और बैंक विवरण सही है, सिर्फ वही लाभार्थी इस किस्त का पैसा प्राप्त कर पाएंगे।
यदि किसी किसान ने अपने खाते में गलत जानकारी दी है या भूमि का रिकॉर्ड किसी अन्य नाम पर है, तो ऐसे मामलों में भुगतान अटका सकता है। इसलिए किसानों को सलाह दी जाती है कि योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने नाम की स्थिति और भुगतान की जानकारी अवश्य जांचें।
पंजीकरण प्रक्रिया
अगर कोई नया किसान इस योजना का लाभ प्राप्त करना चाहता है, तो उसे पंजीकरण करवाना होगा। इसके लिए नीचे बताई गई सरल प्रक्रिया अपना सकते हैं:
- किसान को नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) या कृषि विभाग कार्यालय जाना होगा।
- वहाँ आधार कार्ड, बैंक पासबुक, भूमि दस्तावेज (खसरा नंबर/जमाबंदी), और मोबाइल नंबर जमा करने होंगे।
- अधिकारी ऑनलाइन पोर्टल पर किसान का विवरण दर्ज करेंगे और सत्यापन की प्रक्रिया शुरू होगी।
- सत्यापन के बाद किसान का नाम लाभार्थी सूची में जुड़ जाएगा और किस्त का भुगतान तय सीमा में शुरू हो जाएगा।
पंजीकरण के बाद किसान अपने आवेदन की स्थिति कभी भी संबंधित वेबसाइट या स्थानीय सीएससी केंद्र पर जाकर चेक कर सकते हैं।
जरूरी दस्तावेज
पीएम किसान योजना के तहत पंजीकरण और पुराने रिकॉर्ड सत्यापन के लिए कुछ दस्तावेज आवश्यक हैं। इसमें किसान का आधार कार्ड, बैंक पासबुक की कॉपी, भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र, और वैध मोबाइल नंबर जरूरी है।
बिना आधार लिंकिंग के इस योजना का लाभ नहीं दिया जाता। केंद्र सरकार ने इसे अनिवार्य कर दिया है ताकि असली लाभार्थियों तक ही राशि पहुंचे और कोई फर्जीवाड़ा न हो। इसके अलावा राज्यों के कृषि विभाग समय-समय पर फील्ड वेरिफिकेशन करते हैं, जिससे पात्र किसानों की पहचान सुनिश्चित हो सके।
लाभ
पीएम किसान योजना 2019 से अब तक 20 किस्तों में किसानों को लगभग ₹3.25 लाख करोड़ रुपए से अधिक की राशि का सीधा भुगतान किया जा चुका है। यह दुनिया की सबसे बड़ी नकद हस्तांतरण योजनाओं में से एक मानी जाती है। हर वर्ष तीन बार यह राशि वितरण की जाती है — अप्रैल, अगस्त और दिसंबर में।
केंद्र सरकार का लक्ष्य है कि कोई भी पात्र किसान इस योजना से वंचित न रह जाए। इसलिए ई-केवाईसी और रिकॉर्ड अपडेट का अभियान लगातार चलाया जा रहा है। राज्य सरकारें भी अपने स्तर पर लाभार्थियों की सूची को अपडेट करती रहती हैं ताकि अगली किस्त बिना देरी पहुंच सके।
कैसे चेक करें
21वीं किस्त जारी होने के बाद किसान यह जांच सकते हैं कि उनके खाते में ₹2000 की राशि आई है या नहीं। इसके लिए उन्हें निम्न प्रक्रिया अपनानी होगी:
- पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “Beneficiary Status” या “Know Your Payment” विकल्प पर क्लिक करें।
- आधार नंबर या रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- सबमिट करने पर आपके खाते की स्थिति और किस्त की जानकारी स्क्रीन पर दिखाई देगी।
इसके अलावा किसान अपने बैंक अकाउंट या मोबाइल एसएमएस के माध्यम से भी भुगतान की पुष्टि कर सकते हैं।
किसानों को यह ध्यान रखना चाहिए
कई बार गलत खाता विवरण, आधार लिंकिंग में त्रुटि या भूमि विवाद के कारण किस्त अटकी रहती है। ऐसे में किसानों को अपने ई-केवाईसी स्थिति की जांच करनी चाहिए और यदि कोई गलती है, तो उसे तुरंत सुधारना चाहिए। यह कार्य सीएससी केंद्र या बैंक शाखा के माध्यम से किया जा सकता है।
पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर 155261 या 011-24300606 पर संपर्क कर किसान अपनी समस्या दर्ज कर सकते हैं। अधिकारी संबंधित विभाग को निर्देश देकर समस्या सुलझाते हैं।
निष्कर्ष
पीएम किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिए एक स्थायी आर्थिक सहारा बनी हुई है। अब जब 21वीं किस्त की तारीख अक्टूबर में तय हो चुकी है, तो किसानों में फिर से राहत और उत्साह है। जो किसान सभी औपचारिकताएं पूरी कर चुके हैं, उन्हें इस बार भी ₹2000 की राशि समय पर प्राप्त होगी। यह योजना भारत के किसानों के जीवन में वित्तीय स्थिरता और आत्मनिर्भरता लाने की दिशा में सरकार की एक बड़ी पहल साबित हुई है।