दिवाली से ठीक पहले राजस्थान के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। भारतीय रेलवे ने प्रदेश के यात्रियों को खास तोहफा देते हुए दो ट्रेनों की सेवा का विस्तार करने का फैसला किया है। अब बयाना–मथुरा मेमू पैसेंजर और मथुरा–कोटा मेमू एक्सप्रेस ट्रेनों को अलवर तक बढ़ा दिया गया है। इससे हजारों यात्रियों को राहत मिलेगी, खासकर उन लोगों को जो रोज़ाना काम-काज, शिक्षा या व्यवसाय के लिए यात्रा करते हैं। यह निर्णय दिवाली त्योहारी सीजन को देखते हुए लिया गया है, ताकि भीड़ के समय आम लोगों को बेहतर रेल सुविधा मिल सके।
यह फैसला उत्तर पश्चिम रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे जोनों के समन्वय से लागू किया गया है। बयाना, मथुरा, कोटा और अब अलवर को एक नए रेल नेटवर्क से जोड़ने से यात्रियों को ज्यादा विकल्प और कम यात्रा समय मिलेगा। इस विस्तार के बाद राजस्थान के पूर्वी हिस्से और हरियाणा से सटे क्षेत्रों में रेल कनेक्टिविटी मजबूत होगी। रेलवे ने यह कदम प्रधानमंत्री के “हर यात्री तक रेल सेवा” मिशन के तहत उठाया है।
Railway Gift Before Diwali 2025
भारतीय रेलवे ने दिवाली से पहले देशभर में कई रूटों पर नई ट्रेनें शुरू की या पुरानी ट्रेनों की दूरी बढ़ाई है। इन्हीं में से एक है बयाना–मथुरा मेमू पैसेंजर और मथुरा–कोटा मेमू एक्सप्रेस का अलवर तक विस्तार। यह योजना यात्रियों की मांग और ट्रेनों में बढ़ती भीड़ को देखते हुए बनाई गई है।
राजस्थान के अलवर जिले से दिल्ली, मथुरा और कोटा की ओर नियमित रेल सेवा की लंबे समय से मांग थी। अब जब इन दोनों ट्रेनों को अलवर तक बढ़ाया गया है, तो यात्रियों को सीधी और सस्ती यात्रा का विकल्प मिल गया है। यह कदम खासतौर पर विद्यार्थी, कार्यालय कर्मियों और व्यापारिक समुदाय के लिए राहतभरा साबित होगा।
बयाना–मथुरा मेमू पैसेंजर का विस्तार
बयाना–मथुरा मेमू पैसेंजर ट्रेन इस क्षेत्र की प्रमुख लोकल ट्रेन मानी जाती है, जो रोजाना हजारों यात्रियों को सस्ती और नियमित सेवा देती है। पहले यह ट्रेन केवल बयाना से मथुरा तक चलती थी, लेकिन अब इसका रूट अलवर तक बढ़ा दिया गया है।
ट्रेन के विस्तार के बाद इसका नया रूट होगा — अलवर, बंध बरेता, बयाना, भरतपुर, मथुरा होते हुए वापसी वही रूट से। इससे मथुरा और अलवर के बीच सीधी ट्रेन सेवा प्रारंभ हुई है, जो पहले उपलब्ध नहीं थी। यात्रियों को अब बसों या अन्य ट्रेनों में चढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
रेलवे ने बताया है कि इस ट्रेन का समय और ठहराव पहले की तरह रहेगा, बस रूट में अलवर को जोड़ा गया है। मेमू ट्रेनों में इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट सिस्टम होता है, जिससे इनकी स्पीड बेहतर रहती है और प्रदूषण भी कम होता है।
मथुरा–कोटा मेमू एक्सप्रेस का नया मार्ग
मथुरा–कोटा मेमू एक्सप्रेस ट्रेन पश्चिम और दक्षिण राजस्थान को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण रेल सेवा है। अब इस ट्रेन को भी अलवर तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इससे अलवर, बयाना और कोटा के बीच सीधी और सुविधाजनक ट्रेन सुविधा शुरू हो गई है।
इस विस्तार से यात्रा समय घटेगा और ट्रेनों के बीच बेहतर तालमेल बनेगा। अलवर के यात्रियों को अब सीधे कोटा या मथुरा तक बिना ट्रेन बदलने के पहुंचने की सुविधा मिल जाएगी। दिवाली जैसे त्योहारी समय में यह परिवर्तन क्षेत्र के यात्रियों के लिए बड़ा राहतभरा कदम होगा।
सरकार और रेलवे का उद्देश्य
भारतीय रेलवे लगातार यात्रियों की सुविधाओं को लेकर योजनाएं बना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में “रेल सुधार मिशन” के तहत छोटे शहरों और अर्ध-शहरी इलाकों में रेल नेटवर्क को और बेहतर किया जा रहा है।
इस योजना का उद्देश्य सिर्फ नई ट्रेनें शुरू करना नहीं, बल्कि पुराने रूट्स का आधुनिकीकरण और जनसुविधा के अनुरूप उन्हें बढ़ाना भी है। बयाना, मथुरा, कोटा, और अलवर क्षेत्र में रेलवे ढांचा मजबूत होने से न केवल यात्रियों को फायदा होगा बल्कि इन इलाकों में व्यापार और पर्यटन को भी नई रफ्तार मिलेगी।
सरकार मेमू ट्रेनों को बढ़ावा दे रही है क्योंकि ये बिजली से चलती हैं, पर्यावरण के अनुकूल हैं और ग्रामीण एवं शहरी इलाकों के बीच आसान आवागमन का साधन बनती हैं।
नई सुविधा से मिलने वाले लाभ
अलवर तक ट्रेन बढ़ने से यात्रियों को कई फायदे मिलेंगे। सबसे बड़ा फायदा समय और खर्च की बचत होगी। पहले अलवर से मथुरा या कोटा जाने वाले लोगों को अलग-अलग स्टेशनों पर ट्रेन बदलनी पड़ती थी, लेकिन अब सीधे कनेक्टिविटी हो गई है।
यह कदम उन छात्रों और कर्मचारियों के लिए बहुत उपयोगी है, जो रोजाना मथुरा या कोटा तक जाते हैं। साथ ही अलवर के औद्योगिक क्षेत्रों से माल ढुलाई में भी सुगमता आएगी। इस नई सुविधा से छोटे शहरों के बीच आर्थिक और सामाजिक जुड़ाव बढ़ेगा।
रेलवे ने अनुमान लगाया है कि दिवाली सीजन में इन रूटों पर यात्रियों की संख्या में लगभग 30% की बढ़ोतरी होगी। इसलिए अतिरिक्त कोच भी जोड़ने की संभावना है, ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।
ट्रेन के संचालन विवरण और ठहराव
रेल मंत्रालय के निर्देशानुसार, बयाना–मथुरा मेमू पैसेंजर अब प्रतिदिन अलवर से चलेगी और मथुरा तक जाएगी, जबकि वापसी में फिर मथुरा से अलवर तक चलेगी। प्रतिदिन लगभग 180 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए यह ट्रेन दर्जनों छोटे स्टेशनों पर रुकेगी।
मथुरा–कोटा मेमू एक्सप्रेस का अलवर तक विस्तार होने के बाद उसका कुल सफर लगभग 450 किलोमीटर तक बढ़ गया है। इसका समय-सारिणी ऐसी रखी गई है कि दोनों ट्रेनों का समय एक-दूसरे से मेल न खाए, जिससे यात्रियों को विकल्प मिल सके।
रेलवे ने बताया है कि इन ट्रेनों को सुबह और शाम के समय चलाया जाएगा ताकि यात्री ऑफिस या कॉलेज समय के अनुसार इसका लाभ उठा सकें।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और यात्रियों की प्रतिक्रिया
अलवर और आस-पास के क्षेत्रों में इस घोषणा का स्वागत किया गया है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने रेलवे मंत्रालय का धन्यवाद व्यक्त किया और कहा कि यह क्षेत्र के लिए “पूर्वी राजस्थान की जीवनरेखा” साबित होगी।
यात्रियों का मानना है कि इस रूट के विस्तार से यात्रा आसान, सस्ती और सुगम बनेगी। कई वर्षों से यह मांग चल रही थी, जिसे अब रेलवे ने पूरा कर दिया है। दिवाली के मौके पर यह कदम जनता के लिए किसी उपहार से कम नहीं है।
निष्कर्ष
अलवर तक बयाना–मथुरा मेमू पैसेंजर और मथुरा–कोटा मेमू एक्सप्रेस के विस्तार से राजस्थान में रेल कनेक्टिविटी को नई दिशा मिली है। यह कदम न केवल यात्रियों के लिए राहत भरा है बल्कि आर्थिक गतिविधियों को भी प्रोत्साहन देगा। दिवाली के अवसर पर रेलवे का यह तोहफा जनता की सुविधा और क्षेत्र के विकास की दिशा में उठाया गया सराहनीय कदम है।