1 अक्टूबर से वरिष्ठ नागरिकों को 50% छूट फिर से मिलने की रेलवे की खबर का खाका स्पष्ट नहीं है। कोरोना महामारी के कारण मार्च 2020 से रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों के ट्रेन टिकटों पर मिलने वाली छूट (पुरुषों को 40% और महिलाओं को 50%) को हटा दिया था। तब से रेलवे ने इसे पुनः लागू नहीं किया है। 2025 में संसद में इस विषय पर चर्चा और रेलवे की स्थायी समिति की सिफारिशें आईं, जिनमें स्लीपर और थर्ड एसी वर्ग में वरिष्ठ नागरिकों को छूट देने पर पुनर्विचार की बात कही गई है। हालांकि, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्पष्ट किया है कि इस विषय पर समीक्षा ज़रूर हो रही है, पर अभी तक रेल मंत्रालय ने छूट बहाल करने का आधिकारिक एलान नहीं किया है।
1 अक्टूबर से क्या फिर शुरू होगी Senior Citizen को 50% छूट? रेलवे का नया अपडेट
भारतीय रेलवे में वरिष्ठ नागरिकों (पुरुषों को 60 वर्ष से ऊपर और महिलाओं को 58 वर्ष से ऊपर) को पहले तक कई वर्षों से टिकट किराए में छूट मिलती थी। यह छूट मेल एक्सप्रेस, राजधानी, शताब्दी और अन्य विशेष ट्रेनों में 40% से 50% तक होती थी। महामारी के कारण इन रियायतों को 20 मार्च 2020 से बंद कर दिया गया। तब से यह छूट पुनः बहाल नहीं हुई है।
हाल ही में संसद और रेलवे की स्थायी समिति ने इस मुद्दे को उठाया। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि समिति ने स्लीपर और थर्ड एसी में कम से कम छूट देने पर विचार करने की सिफ़ारिश दी है। हालांकि अभी कोई अंतिम फैसला या तारीख घोषित नहीं हुई है कि छूट कब से प्रभावी होगी।
रेल मंत्रालय बताता है कि रेलवे यात्रियों को औसतन 45% सब्सिडी (छूट) पहले से देने में लगा हुआ है, जिसके तहत दीव्यांगजन, छात्रों और रोगियों को भी विशेष रियायतें मिल रही हैं। इसलिए वरिष्ठ नागरिकों की छूट की समीक्षा जारी है।
वरिष्ठ नागरिक छूट की वर्तमान स्थिति का सारांश
विषय | जानकारी |
छूट की पुरानी दर | पुरुषों को 40%, महिलाओं को 50% |
छूट बंद होने का कारण | कोविड-19 महामारी और वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा से रोकना |
छूट बंद होने की तारीख | 20 मार्च 2020 |
पुनः शुरू होने की स्थिति | अभी तक पुनः शुरू नहीं हुई, समीक्षा चल रही |
रेलवे की सब्सिडी नीति | सभी यात्रियों को औसतन 45% सब्सिडी दी जाती है |
स्थायी समिति की सलाह | स्लीपर और थर्ड एसी में वरिष्ठ नागरिकों को छूट की समीक्षा |
मंत्री का बयान | समीक्षा हो रही है, पुनः छूट पर कोई फैसला नहीं |
1 अक्टूबर 2025 की खबर | कोई आधिकारिक घोषणा नहीं, अभी योजना शुरू नहीं हुई |
वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे छूट क्यों जरूरी है?
- वरिष्ठ नागरिक अक्सर आर्थिक रूप से सीमित होते हैं और रेलवे यात्रा पर छूट से उनकी आर्थिक सहायता होती है।
- यात्रा को सस्ती बनाने से उनकी सामाजिक गतिविधियों, परिवार से मिलन, स्वास्थ्य और अन्य ज़रूरतों के लिए आवागमन आसान होता है।
- महामारी के कारण यात्रा में असुरक्षा का खतरा दिखाते हुए छूट को हटाया गया था, पर अब स्थिति बेहतर है और छूट बहाल करने की मांग बढ़ रही है।
रेलवे द्वारा छूट न बहाल करने की वजहें
- रेलवे को यात्रियों को पहले से ही भारी सब्सिडी देने का भारी खर्च वहन करना पड़ता है। 2023-24 में रेलवे ने टिकट सब्सिडी के रूप में 60,466 करोड़ रुपये खर्च किए।
- वरिष्ठ नागरिक छूट बहाल करने पर अतिरिक्त वित्तीय दबाव पड़ेगा।
- कोविड के बाद यात्रियों की सुरक्षा व अन्य स्वास्थ्य संबंधी कारणों से तत्काल छूट बहाल नहीं की गई।
- राज्य और केंद्र सरकार की आर्थिक प्राथमिकताएं भी इस फैसले को प्रभावित करती हैं।
Railway Senior Citizen Discount: अभी क्या स्थिति है?
- रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में साफ कहा कि रेलवे समिति की रिपोर्ट के आधार पर स्लीपर और थर्ड एसी में छूट को लेकर विचार चल रहा है।
- अभी तक किसी भी श्रेणी में छूट आधिकारिक रूप से बहाल नहीं हुई है, इसलिए 1 अक्टूबर से 50% छूट शुरू होने की खबर आधिकारिक नहीं है।
- रेलवे की वर्तमान टिकट प्रणाली और IRCTC वेबसाइट पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए कोई विशेष छूट नहीं दिखाई देती।
- सामाजिक मीडिया पर फैल रही छूट संबंधी अफवाहों से सावधान रहना चाहिए।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेलवे की अन्य सुविधाएं
- उम्र के आधार पर कम उम्र के और विशेष श्रेणियों के यात्रियों को अन्य छूट भी मिलती है।
- रेलवे में बुजुर्गों को निचली बर्थ (लोअर बर्थ) का ऑटोमेटिक आवंटन किया जाता है जो कि एक महत्वपूर्ण सुविधा है।
- दिव्यांगों, छात्रों, और रोगियों को भी रेलवे द्वारा विशेष छूट और सहूलियतें दी जाती हैं।
निष्कर्ष
1 अक्टूबर से वरिष्ठ नागरिकों को 50% छूट की जो खबरें आ रही हैं, वे आधिकारिक तौर पर रेलवे या सरकार द्वारा घोषित नहीं हुई हैं। रेलवे ने लगातार पार्लियामेंट में कहा है कि इस विषय पर स्थायी समिति ने समीक्षा की है और भविष्य में कुछ छूट दी जा सकती है पर अभी तक कोई आधिकारिक निर्णय नहीं हुआ है। इसलिए यह खबर फिलहाल केवल चर्चा और उम्मीद तक सीमित है।